कैसे करें मदद अपने यौन शोषित बच्चे की?
अपने बच्चों के यौन शोषण की जानकारी मिलने पर हमारी जो प्रतिक्रिया होती है, वह बच्चे की और आपकी खुशहाली को निर्धारती करेगी। बच्चे द्वारा खुलासा किए जाने पर बहुधा आपकी प्रतिक्रिया नकारात्मक रहेगी, जैसे सदमा लगना, अविश्वास, नकारना, स्वयं को दोष देना, क्रोध, असमंजस या संदेह। पर इस तरह के नकारात्मक रवैए से आपके बच्चे की व्यथा कम नहीं होगी, बल्कि और बढ़ेगी।इस परिस्थिति से निपटने के लिए निम्न सुझाव आपको उपयोगी लग सकते हैं:
अपने बच्चे पर विश्वास करें:
बच्चे शोषण की मनगढ़ंत कहानियां शायद ही कभी बनाते हैं। अक्सर बच्चे डर के कारण शोषण का खुलासा नहीं करते, यह सोचकर कि उनकी बात पर विश्वास नहीं किया जाएगा। यदि आप बच्चे की बात पर विश्वास करेंगे, तो इससे उसकी पीड़ा हल्की होगी। आप उससे कह सकते हैं, “मुझे तुम पर विश्वास है”, या, “इसमें तुम्हारी कोई गलती नहीं है।“
शांत रहें:
आपकी प्रतिक्रिया क्या होगी, यह बच्चों के लिए महत्वपूर्ण होता है। इसलिए कई बार वे आपको बताने में हिचकते हैं क्योंकि उन्हें यह चिंता लगी रहती है कि शायद आप उनके साथ हुए हादसे को झेल नहीं पाएंगे। अगर आप गुस्से से जवाब देंगे तो बच्चे को लगेगा कि आप उससे नाराज हैं। अगर आप घृणा से जवाब देंगे तो उसे लगेगा कि आप उससे नफरत करते हैं। बच्चे को इस आश्वासन की जरूरत है कि शोषण की वजह से वह दूसरे बच्चों से अलग नहीं बन गया है। आपके शांत रहने से बच्चे को फिर से सहज होने में और अपना आत्मसम्मान वापस पाने में मदद मिलेगी। आपके शांत रहने से बच्चों को अपने अनुभव का खुलासा करने की हिम्मत भी मिलेगी।
आप उनसे कह सकते हैं, “जो कुछ तुम्हारे साथ बीता, वैसा कई बच्चों के साथ हुआ है”, या, “मुझे बहुत अफसोस है कि तुम्हारे साथ ऐसा हुआ है, मगर इससे मैं तुमसे कम प्यार नहीं करता/करती हूं।”
बच्चे की भावनाओं को पुष्ट करें:
शोषित बच्चे अक्सर अपनी भावनाओं को असमंजस से देखते हैं क्योंकि शोषक ने उनकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया होता है। बच्चे को अपनी भावनाएं व्यक्त करने की अनुमति दें और उनकी बात गंभीरता से सुनें, ताकि उनका हौसला बढ़े एवं खुलासा करने की प्रक्रिया जारी रहे। आप उनसे यह कह सकते हैं, “मैं जानती/जानता हूं कि तुम्हारे लिए इसके बारे में बताना बहुत कठिन है और यह अनुभव सचमुच डरावना रहा होगा”, या, “तुमने यह बताकर बहुत हिम्मत का काम किया है।”
बच्चों को बताएं कि आगे क्या होगाः
जिन बच्चों का शोषण हुआ है, उन्हें अपने ऊपर नियंत्रण पाने और अपनी समस्या का समाधान ढूंढने की क्षमता की कमी होती है। इसलिए बच्चों को समझने की जरूरत है कि यौन शोषण की लड़ाई वे अकेले नहीं लड़ सकते। इसमें दूसरों को शामिल करना होगा। ध्यान रखें कि इस लड़ाई में बच्चों की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्हें तैयार करें कि जानकारी कैसे दें, किसे दें और जानकारी देने के लिए उन्हें किस तरह के सहयोग की आवश्यकता है। आप उनसे कह सकते हैं, “तुम्हारी राय की जरूरत है ताकि तुम अबसे सुरक्षित रहो।”
बच्चे को सहारा दें:
यौन शोषित बच्चे को अक्सर लगता है कि वह बिल्कुल अकेला है, कि ऐसा किसी और के साथ नहीं हुआ है, या फिर किसी को उसकी बात का विश्वास नहीं होगा। उसके साथ जो हुआ है उसका खुलासा करना उसके लिए यौन शोषण के जितना ही दर्दनाक हो सकता है। इसलिए जो बच्चे शोषण का खुलासा करते हैं, उन्हें वयस्कों के सकारात्मक सहयोग की आवश्यकता होती है। ऐसे समय में बच्चे को दिलासा देने की जरूरत है कि वह ठीक है। आप कह सकते हैं, “तुम अकेले नहीं हो, क्योंकि इस पूरी प्रक्रिया में जब तक तुम चाहो, मैं तुम्हारे साथ रहूंगा/रहूंगी।” या, “हम साथ मिलकर इसका सामना करेंगे।”
शोषण की जानकारी दें:
यह बहुत जरूरी है कि सभी प्रकार के शोषण की जानकारी पुलिस को दी जाए ताकि अपराधी को सजा दिलाई जा सके।
(... जारी।)
इस लेख माला के अब तक के लेखों की कड़ियां
1. विषय प्रवेश
2. कौन होता है शोषक?
3. बाल यौन शोषण के संकेत
4. यौन स्पर्श की पहचान
5. क्यों नहीं करते बच्चे अपने यौन शोषण की शिकायत
6. कैसे जानें आपके बच्चे का हुआ है यौन शोषण?
7. बच्चों के लिए सेक्स शिक्षण बहुत जरूरी है
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