कैसे जानें आपके बच्चे का हुआ है यौन शोषण?
यद्यपि सबसे अच्छा तो यही है कि बच्चा इसके बारे में स्वयं ही बताए, मगर बच्चे के लिए अपनी व्यथा व्यक्त करना आसान नहीं होता है। इसलिए कई बार बच्चे के व्यवहार में आए परिवर्तनों को देखकर ही अन्य लोगों को समझ लेना होगा कि बच्चा यौन शोषण की चपेट में आ रहा है या आ गया है। विशेषकर आपको निम्नलिखित संकेतों पर ध्यान देना चाहिए:
• बच्चे द्वारा किसी व्यक्ति या किसी अनुभव के बारे में बात करने में अनिच्छा या परेशानी दिखाना।
• बच्चे द्वारा कुछ विशेष व्यक्ति, स्थान या विषय के प्रति अस्वभाविक भय या गुस्सा दिखाना।
• बच्चे के व्यवहार में आकस्मिक बदलाव आना जैसे अगूंठा चूसने लगना, बिस्तर गीला करने लगना, अत्यधिक क्रोध करने लगना, उदासीन रहना, यौन संबंधी व्यवहारों में अत्यधिक रुचि लेना या बिलकुल अरुचि दर्शाना।
• स्कूल की पढ़ाई में आकस्मिक बदलाव जैसे अंकों में गिरावट, कक्षा में व्यवहार में परिवर्तन और दोस्तों में बदलाव।
• सेक्स या यौन शोषण की बातचीत के दौरान परेशानी व्यक्त करना।
• बहुत छोटी आयु में सेक्स संबंधी बीमारियां होना।
• बच्ची द्वारा गर्भधारण।
अगर आपका बच्चा आप से बात नहीं करे तो उसे बात करने के लिए मजबूर न करें। अलग-अलग तरीकों से असलियत जानने की कोशिश करें।
(... जारी।)
इस लेख माला के अब तक के लेखों की कड़ियां
1. विषय प्रवेश
2. कौन होता है शोषक?
3. बाल यौन शोषण के संकेत
4. यौन स्पर्श की पहचान
5. क्यों नहीं करते बच्चे अपने यौन शोषण की शिकायत
6 Comments:
बहुत उपयोगी जानकारी दी है आप ने। सहेज कर रखने योग्य।
"यौन संबंधी व्यवहारों में बिलकुल अरुचि दर्शाना।"
एक बच्चे या अवयस्क के यौन व्यवहार का क्या मतलब है? कृपया स्पष्ट करें।
गिरेजश: उदाहरण के लिए, लड़कों का लड़कियों में रुचि न लेना, या वाइस-वर्सा, जो एक अस्वाभाविक स्थिति होगी। यदि लड़के-लड़की पहले ऐसे नहीं थे, और अचानक इस तरह के हो जाएं, तो इसके कारण की खोज करनी चाहिए।
उपयोगी जानकारी।
आभार।
Accha lekh.
bahut sahi hai.
Post a Comment