बारिश के मौसम के साथ ही बीमारियों का मौसम भी शुरू हो जाता है। एक आम बीमारी जुकाम है। उसके बारे में जानिए कुछ रोचक तथ्य।
औसतन एक व्यक्ति को हर साल 3-4 बार जुकाम हो जाता है। जुकाम की बीमारी एक विषाणु (वाइरस) के कारण होती है। जुकाम लाने के लिए केवल 10 विषाणुओं की जरूरत होती है। जुकाम पीड़ित व्यक्ति के छींकने पर थूक की छींटे उसके मुंह से 102 मील प्रति घंटे की रफ्तार से 12 फुट तक की दूरी तय कर सकती हैं।
जुकाम होने पर ऐंटीबयोटिक (जीवाणुनाशी) दवाइयां लेने से कोई लाभ नहीं होता क्योंकि जुकाम जीवाणुओं के कारण नहीं होता। ऐंटीबयोटिक जीवाणुओं के विरुद्ध ही असरकारक होते हैं। जुकाम होने पर आमतौर पर बुखार नहीं आता। यह आम धारणा कि जुकाम ठंड लगने से होती है, विज्ञानसिद्ध नहीं है। यदि व्यक्ति थका हुआ और तनावग्रस्त हो, तो वह अधिक आसानी से जुकाम की चपेट में आ सकता है।
Friday, July 17, 2009
जुकाम के जलवे
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5 Comments:
बिलकुल सही जानकारी
बढिया जानकारी है. उपयोगी भी.
क्या हर व्यक्ति को प्रत्येक वर्ष तीन चार बार जुकाम होता है या होना चाहिए ? मैने कई लोगों को देखा है .. एक बार भी जुकाम नहीं होता .. चाहे कितना भी मौसम बदले ।
बढिया लिखा है जुकाम के बारे में ।
मैने भी कुछ समय पहले इस बारे में एक हास्यं पोस्ट लिखी थी - "प्यार या जुकाम" |http://arkjesh.blogspot.com/2009/05/blog-post_19.html
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