भले ही देश में 60 फीसदी साक्षरता ही हो, यह गाय तो पूर्ण साक्षर है, वह भी अंग्रेजी में। अब सोच रही है पढ़ाई की थकान मिटाने कहां जाऊं, जोधपुर ठीक रहेगा या जयसलमेर, या आगरा जाकर ताज महल देख आऊं या माऊंट आबू जाकर नक्की झील में जलविहार करूं, या पुष्कर में पुण्य कमाऊं या अजमेर की दरगाह में चादर चढ़ाऊं... जरा कन्फूस्ड लगती है। आप ही बताइए न इसे कि सैर-सपाटे के लिए कौन सा स्थान ठीक रहेगा।
Saturday, June 27, 2009
फोटो फीचर : पढ़ी लिखी गाय देशाटन पर निकली
लेखक: बालसुब्रमण्यम लक्ष्मीनारायण
लेबल: पढ़ी-लिखी गाय, फोटो फीचर
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6 Comments:
अहमदाबाद
बालसुब्रमण्यम जी तीर्थ यात्रा पर भेज दें, पढ़ लिख कर बिगड़ गयी है, चार धाम की यात्रा करके कुछ पुण्य तो कमाएगी|
अंगेजी मीडियम से पढ़ी है!
इसमें लखनऊ क्यों नहीं है?
अन्ने, यदि यह फोटो आप ने खींची है तो आप में एक अच्छे प्रोफेशनल फोटोग्राफर होने के गुर मौज़ूद हैं। उन्हें तराशिए।
अरे, यह तो ताऊ की गाय है. इन्दोर जाने की बस देख रही है. कितनी ज्ञानी है बिल्कुल ताऊ की तरह. सही जगह पहुँची. आप उसे टिकिट खरीद दो, बस!!
हा हा ! क्या बात है.
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