भारत का सबसे समृद्ध गांव हिमाचल प्रदेश का कोटगढ़ नामक गांव है। यहां के लोगों की औसत आय राष्ट्रीय औसत से पांच गुना अधिक है। उनकी समृद्धि का राज 78 साल पहले एक अमरीकी पादरी द्वारा उनके गांव की जमीन पर रोपे गए विदेशी सेब के पेड़ों में छिपा है।
Friday, June 26, 2009
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9 Comments:
काश !! हर गांव को उक्त अमेरिकी पादरी जैसा ही कोई गाइड करनेवाला मिल गया होता .. क्योकि आम भारतीय मेहनत से नहीं हिचकिचाते हैं .. पर उन्हें सही राह समझ में नहीं आती है।
काश! सभी गाँव ऐसे ही होते।
ek khushnunma hava ka jhonka sa aaya
yon laga
_____kaash !
poora desh ek aisa hi gaon ho jaaye...........
jahaan sukh aur smriddhi laharaaye .........
umda post !
काश सभी गांवों को कोई सही दिशा देने वाला मिल जाये।
देश का हर गांव ऐसा ही होना चाहिये था मगर हुआ नही।उस गांव मे विदेशी सेब फ़ल-फ़ूल रहे हैं लेकिन बहुत से ऐसे इलाके है जंहा का किसान आज भी खेती के लिये सिर्फ़ आसमान की ओर आस लगाये बैठा रहता है।मै विदर्भ का उदाहरण देना चाहूंगा वो संतरो के लिये मशहूर था कभी संतरा उगाने वाले किसान समृद्ध हुआ करते थे और अब वे भूजल के नीचे जाने से और सिंचाई की व्यास्था नही होने से संतरो के बाग कटवा रहे हैं।बुरा न मानियेगा मेरा इरादा आपकी बात को काटना नही है।आपकी बात सोलह आने सच होगी मगर दुसरे गांवों के बारे मे जो मैने कहा वो भी झूठ नही है।
सभी गाँवों में ऐसी समृद्धि आये
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डायनासोर भी तोते की जैसे अखरोट खाते थे
kaash ! kotgarh pure bharat men fail pata...
अच्छी जानकारी। पहाड़ और सेब की खुश्बू दिमाग को तर कर गई।
शुभ लाभ Seetamni. blogspot. in
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