परंपरागत चिकित्सा पद्धतियों में हल्दी को काफी महत्व दिया गया है। सिरदर्द, कील-मुहासे, टूटी हड्डियों को जोड़ने, घावों को सुखाने आदि में उसका उपयोग किया जाता है। अब हैदराबाद स्थित राष्ट्रीय पोषण संस्थान के वैज्ञानिकों के अनुसार हल्दी कैंसर को भी दूर कर सकती है।
इस संस्था की एक वैज्ञानिक कमला कृष्णस्वामी के अनुसार हल्दी में कुरकुमिन नामक सक्रिय पदार्थ होता है, जिसे जानवरों में कैंसररोधी क्षमता पैदा करते पाया गया है। यह पदार्थ मनुष्यों में भी कैंसर लानेवाले पदार्थों को दूर करने में सहायक बन सकता है।
परीक्षणों से पता चला है कि नियमित रूप से सिगरट पीने वाले व्यक्ति यदि तीस दिनों तक रोजाना डेढ़ ग्राम हल्दी खाएं, तो उनके पेशाब में कैंसर लाने वाले पदार्थों की मात्रा घटने लगती है।
Monday, June 01, 2009
हल्दी कैंसर को दूर कर सकती है
लेखक: बालसुब्रमण्यम लक्ष्मीनारायण
लेबल: स्वास्थ्य
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3 Comments:
हल्दी पर तो मुझे अपने ब्लॉग की यह पोस्ट याद हो आई!
बढ़िया पोस्ट। हल्दी जबर्दस्त ओषधि है। कच्ची हल्दी, गीली हल्दी की रोज़ हल्के नमक के साथ फंकी मारी जाए...अनगिनत बीमारियों से छुटकारा। ...
ऐसी ही संक्षिप्त कुछ अन्य जानकारियां भी बांटे...भारतीय ओषधियों संबंधी।
भक्त गणों, इसका मतलब यह नहीं कि बीड़ी पीते रहो और हल्दी खाते रहो !
बीड़ी छोड़ो, हल्दी खाओ और सेहत बनाओ ।
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