- बालों को झड़ने से रोकने के लिए बाल्टी भर गुनगुने पानी में चुटकी भर नमक मिलाएं और इस पानी से बाल धोएं।
- लोहे की जंक लगी वस्तुओं से जंक निकालने के लिए उन्हें नमक रगड़कर साफ करें।
- रेशम के वस्त्रों को धोते समय पानी में थोड़ा नमक मिला लें। इससे उनका रंग नहीं उड़ेगा और उनकी चमक और कोमलता बनी रहेगी।
- ढिबिरी में मिट्टी के तेल के साथ थोड़ा नमक भी डालें। इससे न केवल तेल की खपत घटेगी, वरन ढिबिरी अधिक रोशनी भी देगी।
- क्या आप मक्खियों से परेशान हैं? फर्श को नमक मिले पानी से पोंछें, मक्खियां फर्श पर नहीं बैठेंगी।
- लंबे सफर की थकान मिटाने के लिए गुनगुने पानी में नमक मिलाकर पैरों को उसमें रखें। कुछ ही समय में आपकी थकान दूर हो जाएगी।
- बर्तनों से प्याज की गंध छुड़ाने के लिए उन्हें नमकीन पानी से धोएं।
- संचित अनाज, दाल आदि से कीड़े भगाने के लिए उन पर थोड़ा नमक छिड़कें।
- दांतों को मजबूत बनाने के लिए अंजुलि भर नमक पर सरसों के तेल की दो-तीन बूंदें गिराएं और इससे दांतों को मांजें।
- कपड़ों पर से स्याही के दाग छुड़ाने के लिए उन पर नमक रगड़कर गरम पानी से धोएं।
- बच्चों को नहलाते समय पानी में थोड़ा-सा नमक मिला लें। बच्चे चर्म रोगों से बचे रहेंगे।
- फूलों के गुलदस्तों को नमकीन पानी से भरे फूलदानों में रखें। वे कम-से-कम एक हफ्ते तक ताजे बने रहेंगे।
Thursday, June 25, 2009
बहुउपयोगी नमक
लेखक: बालसुब्रमण्यम लक्ष्मीनारायण
लेबल: बहुउपयोगी नमक
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16 Comments:
बहुत बढ़िया जन उपयोगी जानकारी !
इतनी 'आम' वस्तु इतनी उपयोगी !
आपने प्याज खाया है और अब गंध से परेशान है? ये वो उपाय अपना कर हार गए हैं? तो एक चम्मच नमक को मूँह में डाल कर पानी से मूँह भर लें, अब अच्छी तरह कुल्ला करें. गँध गायब.
अच्छी जानकारी.
बढ़िया उपयोगी जानकारी दी है आपने शुक्रिया
इस उपयोगी जानकारी के लिये धन्यवाद.
रामराम.
जय हो नमक (सोडियम क्लोराइड) की!
इसी लिए इधर हाड़ौती में इसे रामरस कहते हैं।
उपयोगी जानकारी दी ..शुक्रिया.
waah waah
kitna bhi gala kharaab ho,
aawaaz baithi ho,
mike par jaane k pahle chutki bhar namak choos len gala tanaatan ho jaayega
kya yah pyaz vala upaay sharab ki durgandh par bhi kaam karega?
बालों वाली बात क्या सच में फायदा करेगी? ये तो बड़ा सरल उपाय है.
अन्ने, 'नून' की तो चिता हो चुकी लगे हाथ 'तेल' की भी कर डालो। 'दाल भात' लाइन में खड़े हैं।
'चिता' नहीं 'चिंता' पढ़ा जाय।
एक अनुस्वार की कमी ने अर्थ का अनर्थ कर दिया। ncert के बाबू लोग तो 'ष' को ही हटाने में लगे हैं। जाने क्या होगा?
hamse dr. ne namak se parhej karne ko kaha hai
hamse dr. ne namak se parhej karne ko kaha hai
જામનગર મા મીઠાનું ઉત્પાદન કરતા મજુરો તેમાં મહિલા, પુરુષ અને બાળકો કેટલા હસે???
વા સર
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