Tuesday, December 23, 2008

मुंबई हमले का जवाब – क्या युद्ध एक विकल्प है? – 2

प्रत्यक्ष युद्ध एक विकल्प नहीं है। पर परोक्ष युद्ध एक विकल्प हो सकता है। इसके अनेक उद्देश्य होंगे –

- पाकिस्तान के भीतर घुसकर भारत के दुश्मनों का सफाया। यह नपे-तुले तरीके से करना चाहिए। केवल दुश्मन मरे, आम नागरिकों को हानि न पहुंचे। और सबसे महत्वपूर्ण भारत पर उंगली न उठे।

- जिन 20 अपराधियों की सूची भारत ने बनाई है, उन्हें गुप्त रूप से पकड़कर भारत लाने की कार्रवाई करनी चाहिए, जैसे अमरीका सद्दाम हुसैन को इराक से पकड़ लाई थी, या ओसामा को पकड़ने की कोशिश कर रही है। पाकिस्तान से उन्हें हमें दे देने की मांग करना राजनीतिक मासूमियत का परिचय देना है।

- अमरीका, ब्रिटन, चीन, साउदी अरब आदि पर गुप्त रूप से आतंकी हमले कराना चाहिए। इस तरह से कि शक की सुई पाकिस्तान की ओर घूमे। इससे वे पाकिस्तान को शह देने की अपनी नीति का खामियाजा स्वयं भरेंगे। अब तक भारत भरता आ रहा है।

- इससे वे पाकिस्तान को आर्थिक सहायता देना बंद कर देंगे।

- भारत में ही अमरीका, ब्रिटन, चीन, साउदी अरब आदि नागरिकों और उनके आर्थिक हितों पर आतंकी हमले करवाना और जिम्मेदारी पाकिस्तान पर थोपना, इससे भी हमारा हित सध जाएगा। पर यह सब अत्यंत ही गुप्त रीति से करना चाहिए, वरना वार उल्टा भी पड़ सकता है, जैसे मालेगांव कांड में हुआ।

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