tag:blogger.com,1999:blog-33823237.post8265987881263763..comments2024-02-20T15:42:24.227+05:30Comments on जयहिंदी: अनामी से डरना क्याबालसुब्रमण्यम लक्ष्मीनारायणhttp://www.blogger.com/profile/09013592588359905805noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-33823237.post-1556987613832176472009-07-10T09:14:11.184+05:302009-07-10T09:14:11.184+05:30सारगर्भित पोस्टसारगर्भित पोस्टतीसरी आंखhttps://www.blogger.com/profile/11647990454094269194noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-33823237.post-57940861474366308762009-07-09T19:02:35.329+05:302009-07-09T19:02:35.329+05:30बेनामी और अनामिका
एक ही परिवार के हैं
सुना है इनक...बेनामी और अनामिका <br />एक ही परिवार के हैं<br />सुना है इनके विचार<br />उपजाऊ नहीं हैं<br />इसलिए इनकी आबादी<br />नहीं बढ़ने वाली<br />इनके साथ कोई<br />अच्छी सच्ची घटना <br />नहीं जुड़ने वाली<br />इनसे लोग इसलिए<br />डरते हैं क्योंकि<br />कीचड़ में पत्थर डालो<br />तो छींटे मुंह पर पड़ते हैं<br />क्या इन छींटों से बचने के लिए<br />फुल कवर हेलमेट पहनना पड़ेगा।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-33823237.post-46066967980990047442009-07-09T14:55:04.181+05:302009-07-09T14:55:04.181+05:30सच ही तो कहा है आपने....सच ही तो कहा है आपने....RAJIV MAHESHWARIhttps://www.blogger.com/profile/14655178760836239744noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-33823237.post-54552229484930478282009-07-09T03:10:18.782+05:302009-07-09T03:10:18.782+05:30मोडरेशन इसका हल नही, हमे टेक्निकल फिट होना पडेगा।
...मोडरेशन इसका हल नही, हमे टेक्निकल फिट होना पडेगा।<br /><br />सटीक बात कही आपने!!<br />आभार/मगलभावानाओ सहित<br />हे प्रभु यह तेरापन्थ<br />मुम्बई टाईगरहें प्रभु यह तेरापंथhttps://www.blogger.com/profile/12518864074743366000noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-33823237.post-14093340648247778042009-07-09T02:05:37.384+05:302009-07-09T02:05:37.384+05:30दिक्कत तब ज्यादा है जब आते हमारी पोस्ट पर हैं और ग...दिक्कत तब ज्यादा है जब आते हमारी पोस्ट पर हैं और गरियाते दूसरे को हैं..क्या हम आप प्रचार का माध्यम बनना चाहेंगे ऐसे मौकों पर बेवजह.<br /><br />मुझे मॉडरेशन में कुछ भी गलत नहीं दिखता. हाँ, अधिक समय टिप्पणी इस वजह न रुकी रहे, इसका जरुर ध्यान देता हूँ.<br /><br />आपका आलेख और चिन्तन जरुरी है. इस विमर्श का आभार.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-33823237.post-9603364568668753642009-07-09T01:49:57.867+05:302009-07-09T01:49:57.867+05:30मैं आप से सहमत हूँ ,अपने जो बात कही उन लोगों ...मैं आप से सहमत हूँ ,अपने जो बात कही उन लोगों कोध्याँ न में रख कर कही लगती जो ब्लॉग और टिप्पणी के माध्यम से ब्लोगिंग को एक सामाजिक परिचर्चा का मंच बनाना चाहते हैं उन्हें वर्ड माडरेशन अजीब लगता उन्हें पता नहीं चलता की अभी तक क्या अंतिम रूप से क्या कहा जाचुका है किस सम्बन्ध में क्या कहें |<br />जब कि जिन्हें अच्छा है ,सार गर्भित है स्वागत है बधाई मात्र कहना है और आगे बढ़ जाना है उन्हें वर्ड माडरेशन से कोइ फर्क नहीं पड़ता , वे फिर लौट के उस पोस्ट पर नहीं आते जब कि परिचर्चा ब्लोगर कई बारऔर बार बार उस पोस्ट पर आता है देखने कि उसके कहे कि क्या प्रतिक्रिया रही |'' अन्योनास्ति " { ANYONAASTI } / :: कबीरा ::https://www.blogger.com/profile/02846750696928632422noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-33823237.post-68219696710376022862009-07-08T23:50:37.502+05:302009-07-08T23:50:37.502+05:30भाई अभी आपका सामना शायद इन कुंठित और लुंठित लोगों ...भाई अभी आपका सामना शायद इन कुंठित और लुंठित लोगों से नही हुआ है. और एक नया फ़ैशन देखने मे आया है कि लोग बेनामी ब्लाग बनाकर उस पर अपनी कुंठा निकालते हैं. गरियाते हैं. क्या द्विवेदीजी या रवि रतलामीजी इसका कोई समाधान बतायेंगे? आगे पीछे यह सभी को दुखदायी होने वाला है.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-33823237.post-17669229933065361772009-07-08T23:43:13.887+05:302009-07-08T23:43:13.887+05:30ravi ratlami thik kahte hain !ravi ratlami thik kahte hain !Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09116344520105703759noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-33823237.post-75930633106237887452009-07-08T23:04:22.931+05:302009-07-08T23:04:22.931+05:30दिनेशराय जी से पूर्णत: सहमत. यदि कोई आपके ब्लॉग पर...दिनेशराय जी से पूर्णत: सहमत. यदि कोई आपके ब्लॉग पर टिप्पणी स्वरूप किसी वायरस फ़ाइल की लिंक लगा दे, कोई बॉट वायग्रा या पॉर्न साइट की कड़ी डाल दे, किसी को बेभाव गाली दे दे और यदि आप किसी काम से घंटा दो घंटा ही सही व्यस्त हैं, तो इतनी देर में तो नुकसान हो ही चुका होगा. <br /><br />मेरे विचार में मॉडरेशन हर ब्लॉग और हर ब्लॉगर के लिए नितांत आवश्यक है. एक न एक दिन आपको भी ऊपर लिखी समस्याओं से सामना करना पड़ेगा, तब शायद आपको इसकी महत्ता समझ में आएगी :)रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-33823237.post-23527686261673209062009-07-08T22:15:10.646+05:302009-07-08T22:15:10.646+05:30वैसे लीगल टर्म्स में देखा जाए तो, जैसा की द्विवेदी...वैसे लीगल टर्म्स में देखा जाए तो, जैसा की द्विवेदी जी बता रहे हैं, मोडरेशन गलत भी नहीं है.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-33823237.post-9612539989378712102009-07-08T21:47:37.544+05:302009-07-08T21:47:37.544+05:30सत्य वचन महाराज मैंने भी आज से इनके लिए दरबाजे बंद...सत्य वचन महाराज मैंने भी आज से इनके लिए दरबाजे बंद कर दिए है .समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-33823237.post-65959470067351876972009-07-08T21:29:31.163+05:302009-07-08T21:29:31.163+05:30This comment has been removed by the author.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-33823237.post-42100786105571567862009-07-08T21:29:01.733+05:302009-07-08T21:29:01.733+05:30एक सारगर्भित पोस्टएक सारगर्भित पोस्टAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-33823237.post-68411886649503268042009-07-08T21:19:07.822+05:302009-07-08T21:19:07.822+05:30जो लिखने बैठा है वह किसी से भी नहीं डरता। लेकिन प्...जो लिखने बैठा है वह किसी से भी नहीं डरता। लेकिन प्रत्येक ब्लागर एक प्रकाशक भी है। जब टिप्पणी प्रकाशित होती है तो एक प्रकाशक की हैसियत से वह भी टिप्पणी के लिए उतना ही जिम्मेदार है जितना कि टिप्पणीकार। यदि कोई टिप्पणी ब्लागर के अतिरिक्त किसी अन्य व्यक्ति के लिए या समूह के लिए अपमान जनक हो या किसी अपराध का कारण बनती हो तो उस की जिम्मेदारी टिप्पणीकार के साथ प्रकाशक अर्थात ब्लागस्वामी की भी है। इस कारण से मोडरेशन लगाना अनुचित नहीं है। टिप्पणियों को कम से कम दिन में तीन-चार बार तो मोडरेट किया ही जा सकता है। यदि फिर भी कोई कमी रह जाए तो टिप्पणियों का उल्लेख कर नया आलेख लिखा जा सकता है। मेरी समझ में टिप्पणी मोडरेशन तो रखना ही चाहिए जिस से अवांछित टिप्पणियों की जिम्मेदारी से बचा जा सके।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-33823237.post-87547341815079924512009-07-08T21:04:02.059+05:302009-07-08T21:04:02.059+05:30बिलकुल सत्य वचन महाराज, हमने तो बेनामी जी के लिये ...बिलकुल सत्य वचन महाराज, हमने तो बेनामी जी के लिये दरवाजा ही बन्द रखा है, जिसे आना हो, टिपियाना हो, गरियाना हो… नाम बताकर करे… सभी प्रकार की टिप्पणियाँ ली जायेंगी…Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02326531486506632298noreply@blogger.com