tag:blogger.com,1999:blog-33823237.post6031233884122368726..comments2024-02-20T15:42:24.227+05:30Comments on जयहिंदी: राज ठाकरे - उत्तर भारतीयों के हितैषीबालसुब्रमण्यम लक्ष्मीनारायणhttp://www.blogger.com/profile/09013592588359905805noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-33823237.post-27723735266198100302009-03-20T21:18:00.000+05:302009-03-20T21:18:00.000+05:30आज मै आपका ईमेल पढ कर बहुत प्रभावीत हूवा।मैने आपका...आज मै आपका ईमेल पढ कर बहुत प्रभावीत हूवा।<BR/>मैने आपका लेख पहले ही पढ लीया था। मै कमेंट लीख रहा था उसके बाद प्रकाशित पर क्लिक करने पर कूछ भी नही आ रहा था। <BR/><BR/>फीर मै परेसान हो कर ईंगलीस मे लीख दिया।<BR/><BR/>मै आपके ब्लाग का फिड डाल लेता हूं ताकी मै और अन्य लोग आपका लेख पढ सके।<BR/><BR/>बहुत बढीया, और ईंगलीस या अन्य भाषा को टिप्पणी मे नही दिखाने वाला नियम भी मूझे बहुत अच्छा लगा। मै बता नही सकता, आपका ईमेल पढ कर सच मे मेरा दिमाग बदल गया है।<BR/><BR/>आप सही कह रहे हैं की अन्य भाषा वाले लोग अपनी भाषा को बहुत ज्यादा पसंद करते हैं।<BR/><BR/><BR/>वरूण के उप्पर भी लिख सकते हैं क्यो की कोई तो नेता आया जिसने हिन्दू का खूल कर समर्थन किया।<BR/><BR/>अंग्रेजी तो दूनीया भर मे छा गई है। अब सायद कूछ नही कर सकते हैं। अंग्रेजो ने ही तो भारत को तोडा। पर उनको भी धन्यवाद देना चाहीये क्यो की अगर भारत गूलाम नही बनता तो सायद आज हमारी हालत बांगला देश से भी बेकार होताकुन्नू सिंहhttps://www.blogger.com/profile/18373944533455818486noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-33823237.post-74632846019213196172009-03-20T12:52:00.000+05:302009-03-20T12:52:00.000+05:30मै अपना हिन्दी नही सूधार सकता। असमर्थ हूं।मैने ब्ल...मै अपना हिन्दी नही सूधार सकता। असमर्थ हूं।<BR/><BR/>मैने ब्लाग डीलीट कर दिया था और पोस्ट के बैकप बना लीये थे पर कमेंट के नही बना पाया। और मै अपने 80 पोस्ट भी खो दिये :(<BR/><BR/>कई सालो से लोग कहते आए हैं की सूधार लो और मैने कई बार सोचा की हिन्दी सूधार लूं पर कूछ नही कर सका।<BR/><BR/><BR/>एसे ही लिखते रहीये कभी ना कभी लोगो की आख खूलेगी और राज ठाकरे जैसे नेताओ को देश के बाहर काली घाटी के पास जो जंगल है वहां उनहे छोड के आएंगे।कुन्नू सिंहhttps://www.blogger.com/profile/18373944533455818486noreply@blogger.com