tag:blogger.com,1999:blog-33823237.post6553447414275433273..comments2024-02-20T15:42:24.227+05:30Comments on जयहिंदी: जुए बीनना और बतियानाबालसुब्रमण्यम लक्ष्मीनारायणhttp://www.blogger.com/profile/09013592588359905805noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-33823237.post-37255351887794147942009-08-18T07:03:44.697+05:302009-08-18T07:03:44.697+05:30समाचार पत्रों के ब्लॉग कॉलम में प्रवेश हो चुका होग...समाचार पत्रों के ब्लॉग कॉलम में प्रवेश हो चुका होगा। मुझे पक्का यकीन है। अमर उजाला लेना बन्द कर दिया नहीं तो बताता रहता।<br /><br />बहुत ही गहन और सरल विवेचन - समझावन की भंगिमा लिए।<br /><br />लोगों का बतियाना अब अजनबियों से कम हो गया है। क्या यही कारण है कि मौका मिलते ही दूसरे को लतियाने की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है ?गिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-33823237.post-27679145031445079702009-08-17T09:56:43.365+05:302009-08-17T09:56:43.365+05:30दोस्ती का पैगाम -आओ तुम्हारी जुएँ बीन दूँ!
रूठना -...दोस्ती का पैगाम -आओ तुम्हारी जुएँ बीन दूँ!<br />रूठना -मैं तुम्हारी जुएँ नहीं बीनता!<br />बर्खास्तगी -तुमने जुएँ बीनने से इन्कार किया, नौकरी से बर्खास्त किया जाता है।<br />हाई कमान की जुएँ कई महिनों से नहीं बीनीं-वसुन्धरा से कहा नेता पद से स्तीफा दो!<br /><br />बहुत रंजक और ज्ञानवर्धक पोस्ट।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-33823237.post-49264385123451318102009-08-17T09:36:01.829+05:302009-08-17T09:36:01.829+05:30बहुत बढियां कोई तो देज्म्नद मोरिस प्रेमी बलागर मिल...बहुत बढियां कोई तो देज्म्नद मोरिस प्रेमी बलागर मिलाArvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.com